लिम्फ़ोइडिमा क्या होता है?
लिम्फ़ोइडिमा में त्वचा के नीचे उपस्थित वसा ऊतकों में लिम्फ़, यानि लसिका, की मात्रा बढ़ जाती है। इससे आपके बाजूओं में सूजन आ जाती है। लिम्फ़ोइडिमा स्टॉकिंग्स संपीड़न स्टॉकिंग्स होते हैं जो लसिका को प्रवाहित करने में मदद करता है जिससे इसका एकत्रिकरण नहीं होता है। द्वितीयक लिम्फ़ोइडिमा कैंसर के रोगियों में देखी जाती हैं जहाँ ट्यूमर के साथ लसिकापर्वों, यानि लिम्फ़ नोड्स, को निकाल दिया जाता है। यह अनुमान है कि स्तन के कैंसर का उपचार करवा रही 30% महिलाओं में लिम्फ़ोइडिमा हो जाता है। लिम्फ़ोइडिमा शल्यचिकित्सा के तुरंत बाद (अल्पकालिक लिम्फ़ोइडिमा) या कई महीनों के पश्चात (दीर्घकालिक) पैदा हो सकता है।
लिम्फ़ोइडिमा स्टॉकिंग्स किस तरह मदद कर सकते हैं?
कम्प्रेज़ोन लिम्फ़ोइडिमा स्टॉकिंग्स और स्लीव्स कुछ इस तरह से मदद करते हैं:
- फटी हुई लिम्फ़ वाहिकाओं से लसिका के प्रवाह को रोककर
- फाइब्रोसिस (तंतुमयता) को नरम करके (फाइब्रोसिस में अंग सख्त हो जाता है और रक्त का संचारण बाधित होता है)
- अंग में लसिका को प्रवाहित करके लिम्फ़ के तरल पदार्थ का एकत्रिकरण रोककर